बागवानी एवं क्षेत्रीय वनस्पति विज्ञान

गृह उद्यानिकी में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम

प्रति वर्ष, “गृह उद्यानिकी में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम” बागवानी में रुचि रखने वाले जिज्ञासु व्यक्तियों के लिए आयोजित किया जाता है। इस पाठ्यक्रम में व्याख्यान, प्रदर्शन तथा क्षेत्र भ्रमण सम्मिलित हैं। विभागीय विशेषज्ञों के अतिरिक्त, बाहरी विशेषज्ञों को भी विशेष व्याख्यान और प्रदर्शन हेतु आमंत्रित किया जाता है।

इस पाठ्यक्रम को पुष्पोत्पादन, शाकोत्पादन, फलोत्पादन आदि खंडों में विभाजित किया गया है। प्रतिभागियों के बीच गुलाब, लॉन, औषधीय वनस्पतियाँ, काँटेदार एवं रसीले पौधे, ऑर्किड के साथ-साथ बोतल बग़ीचा, झूलन उद्यान (हैंगिंग गार्डन), बोन्साई एवं इकेबाना जैसी विशेष पुष्प सज्जा विधियाँ विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। क्षेत्र भ्रमण में नर्सरी, बंगले का बाग़ (बंगला बग़ीचा), छत उद्यान (रूफ गार्डन) तथा उच्च प्रौद्योगिकी पॉलीहाउस का समावेश होता है।

प्रवेश ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर प्रदान किया जाता है। प्रत्येक सहभागी को आवश्यक पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराई जाती है।

अवधि: 6 माह (प्रत्येक गुरुवार, अपराह्न 3:30 से 5:30 बजे तक)।

पात्रता: 10वीं उत्तीर्ण तथा अंग्रेजी तकनीकी शब्दों की समझ अपेक्षित है।

मैदानी वनस्पतिविज्ञान में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम – एमएसीएस एवं निसर्गसेवक का संयुक्त उपक्रम

प्रति वर्ष, “मैदानी वनस्पतिविज्ञान में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम” प्रकृति के प्रति रुचि रखने वाले जिज्ञासु व्यक्तियों के लिए आयोजित किया जाता है। इसमें व्याख्यान, प्रदर्शन एवं स्थल भ्रमण सम्मिलित हैं। विभागीय विशेषज्ञों के साथ-साथ बाहरी विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया जाता है।

इस पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से पुष्पधारी पौधों के वर्गीकरण, विविधता, निवास स्थल एवं पारिस्थितिक स्थानों की वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करना है। मुख्य विषयों में वनस्पति आकृतिविज्ञान (प्लांट मॉर्फोलॉजी), वर्गीकरण (टैक्सोनॉमी), पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) आदि सम्मिलित हैं। व्यावहारिक प्रदर्शन, प्रयोग एवं पुणे व आसपास के क्षेत्रों में स्थल भ्रमण भी आयोजित किए जाते हैं।

प्रवेश ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर प्रदान किया जाता है। प्रत्येक सहभागी को आवश्यक पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराई जाती है।

अवधि: 2.5 माह, शुक्रवार-शनिवार: संध्या 6:15–8:30 बजे,

रविवार: अर्धदिवसीय क्षेत्र भ्रमण (प्रातः 7:30 से 10:00 बजे तक)।

पात्रता: 10वीं उत्तीर्ण तथा अंग्रेजी तकनीकी शब्दों की समझ अपेक्षित है।